भारतीय रेलवे की सर्वप्रथम रेलगाड़ी 16 अप्रैल, 1853 को बोरीबंदर, मुम्बई (अब छत्रपति शिवाजी टर्मिनल) से थाणे के बी, (34 किमी) चली थी।
भारती की पहली इंटीग्रल कोच फैक्ट्री पेराम्बुर में बनी है।
भारत में ‘रेलवे संग्रहालय’ नई दिल्ली और मैसूर में है तथा वाराणसी एवं चेन्नई में प्रस्तावित है।
भारतीय रेलवे में सबसे बड़ी आमदनी का जरिया माल भाड़ा है।
भारतीय रेलवे में सबसे अधिक खर्च कर्मचारियों के वेतन भुगतान के रूप में होता है।
भारतीय रेल की पहली गाड़ी लार्ड डलहौजी के शासनकाल में ‘ब्लैक-ब्यूटी’ नाम से चली थी।
भारतीय रेलवे एक्ट 1890 ई. में पारित हुआ था।
रेलवे बजट को सामान्य बजट से 1924-1925 में अलग किया गया।
भारतीय रेलवे में कुल 67 डिवीजन है।
भारत में कर्मचारियों की भर्ती के लिए 19 रेलवे भर्ती बोर्ड हैं।
विश्व में प्रथम रेलगाड़ी 1825 ई. में ब्रिटेन में चली थी।
सबसे पहले रेल प्लेटफार्म टिकट लाहौर राज्य (अब पाकिस्तान में है) में जारी किया गया था।
भारत के एकमात्र मेघालय राज्य में रेलवे मार्ग नहीं है।
भारत में सबसे लम्बी दूरी तय करने वाली रेलगाड़ी विवेक एक्सप्रेस है, जो डिब्रूगढ़ (असम) से तिरूवनन्तपुरम (केरल) (4286 किमी) के बीच चलती है।
भारत में ‘भूमिगत मैट्रो रेल’ की शुरूआत सर्वप्रथम 24 अक्टूबर,1984 को कोलकाता में हुई थी।
भारत का एकमात्र प्राचीनतम चालू इंजन ‘फेयरी क्वीन’(1855) है।
‘पैलेस ऑन व्हील्स’का सर्वप्रथम प्रारंभ 1982 ई. में हुआ था।
भारतीय रेलवे का सबसे लम्बा रेलवे यार्ड ‘मुगलसराय’ में है।
भारतीय रेलवे में 16 अप्रैल, को रेलवे दिवस तथा 10-16 अप्रैल को रेल सप्ताह मनाया जाता है।
भारतीय रेलवे एशिया में सबसे बड़ी तथा विश्व में दूसरी सबसे बड़ी रेलतंत्र है।
भारतीय रेलवे बोर्ड की स्थापना लार्ड कर्जन के शासनकाल में 1905 ई. में की गई थी।
रेलवे का पितामह जार्ज स्टीफेन्स को कहा जाता है।
भारत के प्रथम रेलमंत्री आसीफ अली थे।
भारतीय रेलवे का राष्ट्रीयकरण 1950 ई. में हुआ था।
भारतीय रेलवे के 150 वर्ष पूरे होने के शुभ अवसर पर इसका शुभंकर भोलू गार्ड था।
भारतीय रेलवे में सर्वाधिक रेलवे सुरंग (103) उत्तर रेलवे के कालका-शिमला रेलवे खण्ड में है।
भारतीय रेलवे का सबसे लम्बा रेलवे पुल ‘डेहरी-ऑन-सोन’ (बिहार) है।
भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली एकमात्र रेलगाड़ी समझौता एक्सप्रेस है।
‘रेल यात्री बीमा योजना’ 1994 ई. में प्रारंभ की गई थी।
कोंकण रेल परियोजना भारतीय रेलवे की बृहत्तम और बहुउद्देशीय (760 किमी लम्बा) रेल परियोजना है।
31 जनवरी, 2001 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेजी ने लखनऊ में भारतीय रेल परिवहन प्रबन्धन संस्थान का उद्घाटन किया।
11 जुलाई, 2001 को भारत व बांग्लादेश के मध्य प्रथम गाड़ी ‘मैत्री एक्सप्रेस’ शुरू हुई।
15 अक्टूबर, 2001 को कोंकण रेलवे द्वारा निर्मित रक्षा कवच (टक्कर रोधी तकनीकी) प्रणाली राष्ट्र को भेंट की गयी।
सन् 2002 में भारतीय रेल का 150वाँ वर्ष पूरा होने पर नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय रेल संग्रहालय में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर भारतीय रेल का शुभंकर ‘भोलू गार्ड’ (हाथी, गार्ड की पोशाक पहने तथा लालटेन हाथ में लिए हुए) भी निर्धारित किया गया।
16 अप्रैल, 2002 को प्रथम रेलगाड़ी की याद में एक डाक टिकट जारी किया गया। इसी दिन प्रथम जन शताब्दी एक्सप्रेस लोकमान्य तिलक टर्मिनल से मझगाँव तक चलाई गई।
21 जनवरी 2003 को 2155 डाउन / 2156 अप ट्रेन भोपाल एक्सप्रेस (निजामुद्दीन-हबीबगंज) ISO 9001-2000 प्रमाण-पत्र प्राप्त करने वाली पहली ट्रेन बनी।
सन् 2003 में दिल्ली-अमृतसर शताब्दी एक्सप्रेस को परीक्षण के तौर पर ‘बायोडीजल’से चलाया गया। इसी वर्ष दिल्ली में ‘रेल-नीर’ नामक बोतलबंद पानी का संयन्त्र नांगलोई में स्थापित किया गया।
16 जनवरी 2004 को पर्यटक रेल दक्कन ऑडिसी लक्जरी ट्रेन शुरू हुई।
8 फरवरी, 2004 को प्रथम ‘कर्नाटक सम्पर्क क्रान्ति एक्सप्रेस’ शुरू हुई।
1 मई 2004 से रेलगाड़ी एवं स्टेशनके सम्पूर्ण परिसर में धूम्रपान पर रोक लगायी गयी, उल्लंघन करने पर 250 रूपये जुर्माने की व्यवस्था की गयी।
जुलाई 2004 में छत्रपति शिवाजी टर्मिनल (पूर्व बाम्बे वीटी) को विश्व विरासत में शामिल किया गया।
भारत के राज्यों में सबसे अधिक रेलवे मार्ग उत्तर प्रदेश 8578 किमी है, जबकि सबसे कम रेलवे मार्ग मणिपुर में मात्र 1 किमी है।
14 फरवरी 2009 को जम्मू कश्मीर राज्य में मजहाम (बड़गाम) से बारामुला के बीव रेल सेवा का शुभारम्भ किया गया। इस रेल सेवा के शुरू हो जाने के बाद उत्तर व दक्षिण कश्मीर देश के रेलमार्ग मानचित्र पर अंकित हो गए।
14 फरवरी 2004 को कानपुर (उत्तरप्रदेश) में ‘डिरेलमेंट तकनीक’ का सफल परीक्षण किया गया। यह विश्व में पहला ऐसा प्रयोग है, जिसमें कि ट्रैक से उतरते ही रेल के पहिए थम जाएंगे।
भारत में सर्वप्रथम वातानूकूलित रेलगाड़ी मुम्बई और बड़ौदा के बीच 1936 ई. में शुरू की गयी।
विश्व की सबसे बड़ी रेलवे सुरंग सीकन रेल सुरंग जापान में है।
भारतीय रेलवे में सर्वप्रथम महिला रेलवे ड्राइवर सुश्री सरेखा भोंसले थी।
भारतीय रेलवे में सर्वप्रथम विद्युत रेल 3 फरवरी, 1925 ई. को मुम्बई (वी.टी.) से कुर्ला के बीच चलायी गई थी।
भारतीय रेलवे में सर्वप्रथम रेल दुर्घटना 25 जनवरी, 1969 को भोरघाट (पूना-मुम्बई मार्ग) में हुई थी।
भारतीय रेलवे सबसे बड़ा नियोक्ता (रोजगार प्रदाता) संस्थान है।
भारतीय रेलवे ने भाप इंजन का निर्माण 1971 ई. में बंद कर दिया।
विश्व में सर्वप्रथम रेलगाड़ी इंग्लैंड में चली।
भारतीय रेलवे का मूलमंत्र सुरक्षा, संरक्षा एवं समय पालन है।
भारतीय रेलवे का लक्ष्य समय पालन, स्वच्छता एवं बेहतर यात्री सुविधाएँ है।
देश की सबसे तेज चलने वाली रेलगाड़ी शताब्दी एक्सप्रेस सर्वप्रथम 10 जुलाई, 1988 को नई दिल्ली और झाँसी के बीच चली थी।
राजधानी एक्सप्रेस सर्वप्रथम 1 मार्च, 1969 को नई दिल्ली और हावड़ा के बीच चली थी।
भारतीय रेलवे ने सर्वप्रथम कम्प्यूटरीकृत यात्री आरक्षण व्यवस्था 15 नवम्बर, 1985 को ‘नई दिल्ली’ में शुरू हुई थी।
भारत की सबसे लम्बी रेल सुरंग ‘मंकी हिल’ से ‘खंडला स्टेशन’ तक है।
भारत में सिर्फ महिलाओं के लिए एकमात्र रेलगाड़ी मुम्बई के चर्चगेट से बोरीबली तक चलती है।
भारतीय रेलों में सर्वप्रथम स्वचालित सीढि़याँ, मेट्रो रेल कोलकाता में लगायी गयी थी।
देश का सबसे लम्बा रेलवे जोन उत्तर रेलवे जोन है।
भारतीय रेलवे में सर्वप्रथम क्षेत्रीय रेलों में दक्षिण रेलवे का (14 अप्रैल, 1951) गठन हुआ था।
भारतीय रेलवे में सर्वप्रथम स्वचालित सिगनल प्रणाली 1928 ई. में मध्य रेलवे द्वारा शुरू की गई थी।
विश्व का सबसे बड़ा रेलमार्ग ‘ट्रांस साइबेरियन रेलमार्ग’ रूस में है।
रेलवे सुरक्षा के लिए रेलवे सुरक्षा बल (RPF) का गठन 1882 ई. में किया गया।
जवाहरलाल नेहरू की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में शताब्दी एक्सप्रेस चलाई गई थी।
रेल दुर्घटना के कारण इस्तीफा देने वाले भारत के प्रथम रेलमंत्री लाल बहादुर शास्त्री थे।
देश की पहली ‘गरीब रथ’ नामक वातानुकूलित ट्रेन 4 अक्टूबर, 2006 को अमृतसर और सहरसा के बीच चलाई गई।
वी. वी. गिरी भारत के ऐसे राष्ट्रपति हुए, जो ऑल इण्डिया रेलवे मैन्स फेडरेशन से संबंधित थे।
भारत में ट्राम रेलवे कोलकाता मे चलती है।
भारतीय रेलवे द्वारा डाक सेवा 1907 ई. में प्रारंभ की गई।
दार्जिलिंग-हिमालयन रेलवे को यूनेस्को ने विश्व विरासत स्थल घोषित किया है।
रेलवे डिवीजन का सबसे बड़ा अधिकारी डिवीजनल जनरल मैनेजर कहलाता है।
भारत में ट्रेड यूनियन कानून 1926 ई. में पारित हुआ।
भारत में सर्वप्रथम पर्यटन रेलगाड़ी ‘पैलेस ऑन हील्स’ 1982 ई. में दिल्ली-जयपुर के बीच शुरू की गई।
दिल्ली में प्रथम चरण के मेट्रो रेल सेवा का शुभारंभ तीस हजारी से शहादरा के बीच किया गया।
भारतीय रेल ने अपनी 150वीं वर्षगांठ 16 अप्रैल, 2002 को मनायी।
रेलवे का मुख्यालय पणजी (गोवा) में है।
रेलवे बोर्ड एवं सभी क्षेत्रीय रेलवे की सुपर फास्ट रेलगाडि़यों के लिए अंकीय नाम ‘2’ है।
भारतीय रेल कर्मचारी बीमा योजना 1977 ई. में लागू हुई।
दक्षिण-पूर्व रेलवे को ‘ब्लू चिप’ के नाम से भी जाना जाता है।
भारत की पहली डिलक्स ट्रेन ‘दक्कन क्वीन’ थी।
चितरंजन लोकोमोटिव वर्क्स द्वारा 1 नवम्बर, 1950 ई. को प्रथम भारत इंजन देशबन्धु का निर्माण किया गया तथा 14 अक्टूबर,1961 को प्रथम विद्युत इंजन बनाया गया जिसका नाम लोकमान्य रखा गया।
सन् 1950 में पेराम्बूर में रेल डिब्बा कारखाना की स्थापना की गई, जो ‘इन्टीग्रल कोच फैक्टरी’ के नाम से प्रसिद्ध है। यहाँ प्रथम रेल कोच अगस्त 1956 ई. में बनाया गया।
डीजल लोकोमोटिव वर्क्स, वाराणसी में उत्पादन कार्य 1964 ई. में प्रारम्भ हुआ था। इसके द्वारा बड़ी लाइन के लिए पहला इंजन WDM-23 जनवरी, 1965 में बनाया गया।
17 सिम्बर, 2002 को तत्कालीन प्रधानमन्त्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा दिल्ली में प्रथम मेट्रो ट्रेन के परीक्षण का उद्घाटन किया गया, जो शाहदरा से तीसहजारी तक चलाई गई।
दिल्ली मेट्रो की रेलगाडि़यों का निर्माण जापान की मित्सुबिशी इले. कॉरपोरेशन व दक्षिण कोरिया की रोटेम कम्पनी द्वारा चांगवान फैक्ट्री (दक्षिण कोरिया) में किया गया।
वर्ष 1996-97 के रेल बजट में रेलवे के छ: नये क्षेत्र गठित करने की घोषणा की गई। इनके मुख्यालय थे- इलाहाबाद, जाजीपुर, जबलपुर, भुवनेश्वर, जयपुर व बंगलौर।
‘ऑन लाइन रेल आरक्षण सुविधा’ 1 अगस्त, 2002 को नई दिल्ली में तत्कालीन रेलमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शुरू की गई।
प्रतिदिन सबसे अधिक यात्री ढोने का श्रेय पश्चिम रेलवे को है, जिसकी मुम्बई उपनगरीय रेलवे प्रणाली विश्व में सर्वाधिक 59 लाख यात्री ढोती है।
रेलवे बोर्ड के सदस्य के पद पर नामित होने वाली भारत की पहली महिला विजयलक्ष्मी विश्वनाथ है।
भारत के अजमेर रेलवे भर्ती बोर्ड को उत्कृष्ट प्रबन्धन के लिए नीदरलैण्ड्स ने ISO प्रमाण पत्र जारी किया।
सबसे कम दूरी वाला रेल रूट पूर्वी रेलवे का है, जो उत्तरप्रदेश में मनकापुर से कटरा के बीच 29 किमी का है।
कालका-शिमला के बीच शिवालिक एक्सप्रेस एक ऐसी अनोखी ट्रेन सेवा है, जो पहाड़ी रास्तों पर बने 22 किमी से ज्यादा रेल मार्गों पर चलती है।
कोंकण रेलवे में भारतीय रेलवे की हिस्सेदारी 51% है।
दमदम देश का एकमात्र ऐसा रेलवे स्टेशन है, जहाँ तीन प्रकार (ब्राडगेज) की रेलवे-ईस्टर्न रेलवे, सर्कुलर उपनगरीय रेलवे व मेट्रो रेल की सुविधा उपलब्ध है।
भारतीय रेल की दूसरी सबसे लम्बी रेलयात्रा जम्मू-तवी से कन्याकुमारी के बीच 3738 किमी की है, जो हिमसागर एक्सप्रेस द्वारा 66 घण्टे में तय की जाती है। यह जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, आन्ध्रप्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक व केरल (12 राज्यो) से होकर गुजरती है।
डेहरी-ऑर सोन (बिहार) में सोन नदी पर बना सेतु अब्दुल बारी पुल देश का सबसे लम्बा रेलवे पुल है।
‘पैलेस ऑन ह्वील्स’ नामक विशेष ट्रेन का शुभारम्भ अक्टूबर 1982 ई. में हुआ था जिसे कुछ समय बाद बंद कर दिया गया। इसे दोबारा 26 जनवरी, 1992 को नई दिल्ली से जयपुर के बीच चलाया गया।
बौद्ध स्थलों के दर्शनार्थ भारतीय रेलवे द्वारा पहली ट्रेन 2 अक्टूबर, 1998 में प्रारम्भ की गई।
वर्तमान समय में भारत में तीन स्टेशन ऐसे हैं, जहाँ ब्रॉड व मीटर गेज दोनों रेलवे लाइने विद्यमान है – जलपाईगुड़ी (पश्चिम बंगाल), मिराज (महाराष्ट्र), व येल्हंका (कर्नाटक)
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भारती की पहली इंटीग्रल कोच फैक्ट्री पेराम्बुर में बनी है।
भारत में ‘रेलवे संग्रहालय’ नई दिल्ली और मैसूर में है तथा वाराणसी एवं चेन्नई में प्रस्तावित है।
भारतीय रेलवे में सबसे बड़ी आमदनी का जरिया माल भाड़ा है।
भारतीय रेलवे में सबसे अधिक खर्च कर्मचारियों के वेतन भुगतान के रूप में होता है।
भारतीय रेल की पहली गाड़ी लार्ड डलहौजी के शासनकाल में ‘ब्लैक-ब्यूटी’ नाम से चली थी।
भारतीय रेलवे एक्ट 1890 ई. में पारित हुआ था।
रेलवे बजट को सामान्य बजट से 1924-1925 में अलग किया गया।
भारतीय रेलवे में कुल 67 डिवीजन है।
भारत में कर्मचारियों की भर्ती के लिए 19 रेलवे भर्ती बोर्ड हैं।
विश्व में प्रथम रेलगाड़ी 1825 ई. में ब्रिटेन में चली थी।
सबसे पहले रेल प्लेटफार्म टिकट लाहौर राज्य (अब पाकिस्तान में है) में जारी किया गया था।
भारत के एकमात्र मेघालय राज्य में रेलवे मार्ग नहीं है।
भारत में सबसे लम्बी दूरी तय करने वाली रेलगाड़ी विवेक एक्सप्रेस है, जो डिब्रूगढ़ (असम) से तिरूवनन्तपुरम (केरल) (4286 किमी) के बीच चलती है।
भारत में ‘भूमिगत मैट्रो रेल’ की शुरूआत सर्वप्रथम 24 अक्टूबर,1984 को कोलकाता में हुई थी।
भारत का एकमात्र प्राचीनतम चालू इंजन ‘फेयरी क्वीन’(1855) है।
‘पैलेस ऑन व्हील्स’का सर्वप्रथम प्रारंभ 1982 ई. में हुआ था।
भारतीय रेलवे का सबसे लम्बा रेलवे यार्ड ‘मुगलसराय’ में है।
भारतीय रेलवे में 16 अप्रैल, को रेलवे दिवस तथा 10-16 अप्रैल को रेल सप्ताह मनाया जाता है।
भारतीय रेलवे एशिया में सबसे बड़ी तथा विश्व में दूसरी सबसे बड़ी रेलतंत्र है।
भारतीय रेलवे बोर्ड की स्थापना लार्ड कर्जन के शासनकाल में 1905 ई. में की गई थी।
रेलवे का पितामह जार्ज स्टीफेन्स को कहा जाता है।
भारत के प्रथम रेलमंत्री आसीफ अली थे।
भारतीय रेलवे का राष्ट्रीयकरण 1950 ई. में हुआ था।
भारतीय रेलवे के 150 वर्ष पूरे होने के शुभ अवसर पर इसका शुभंकर भोलू गार्ड था।
भारतीय रेलवे में सर्वाधिक रेलवे सुरंग (103) उत्तर रेलवे के कालका-शिमला रेलवे खण्ड में है।
भारतीय रेलवे का सबसे लम्बा रेलवे पुल ‘डेहरी-ऑन-सोन’ (बिहार) है।
भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली एकमात्र रेलगाड़ी समझौता एक्सप्रेस है।
‘रेल यात्री बीमा योजना’ 1994 ई. में प्रारंभ की गई थी।
कोंकण रेल परियोजना भारतीय रेलवे की बृहत्तम और बहुउद्देशीय (760 किमी लम्बा) रेल परियोजना है।
31 जनवरी, 2001 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेजी ने लखनऊ में भारतीय रेल परिवहन प्रबन्धन संस्थान का उद्घाटन किया।
11 जुलाई, 2001 को भारत व बांग्लादेश के मध्य प्रथम गाड़ी ‘मैत्री एक्सप्रेस’ शुरू हुई।
15 अक्टूबर, 2001 को कोंकण रेलवे द्वारा निर्मित रक्षा कवच (टक्कर रोधी तकनीकी) प्रणाली राष्ट्र को भेंट की गयी।
सन् 2002 में भारतीय रेल का 150वाँ वर्ष पूरा होने पर नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय रेल संग्रहालय में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर भारतीय रेल का शुभंकर ‘भोलू गार्ड’ (हाथी, गार्ड की पोशाक पहने तथा लालटेन हाथ में लिए हुए) भी निर्धारित किया गया।
16 अप्रैल, 2002 को प्रथम रेलगाड़ी की याद में एक डाक टिकट जारी किया गया। इसी दिन प्रथम जन शताब्दी एक्सप्रेस लोकमान्य तिलक टर्मिनल से मझगाँव तक चलाई गई।
21 जनवरी 2003 को 2155 डाउन / 2156 अप ट्रेन भोपाल एक्सप्रेस (निजामुद्दीन-हबीबगंज) ISO 9001-2000 प्रमाण-पत्र प्राप्त करने वाली पहली ट्रेन बनी।
सन् 2003 में दिल्ली-अमृतसर शताब्दी एक्सप्रेस को परीक्षण के तौर पर ‘बायोडीजल’से चलाया गया। इसी वर्ष दिल्ली में ‘रेल-नीर’ नामक बोतलबंद पानी का संयन्त्र नांगलोई में स्थापित किया गया।
16 जनवरी 2004 को पर्यटक रेल दक्कन ऑडिसी लक्जरी ट्रेन शुरू हुई।
8 फरवरी, 2004 को प्रथम ‘कर्नाटक सम्पर्क क्रान्ति एक्सप्रेस’ शुरू हुई।
1 मई 2004 से रेलगाड़ी एवं स्टेशनके सम्पूर्ण परिसर में धूम्रपान पर रोक लगायी गयी, उल्लंघन करने पर 250 रूपये जुर्माने की व्यवस्था की गयी।
जुलाई 2004 में छत्रपति शिवाजी टर्मिनल (पूर्व बाम्बे वीटी) को विश्व विरासत में शामिल किया गया।
भारत के राज्यों में सबसे अधिक रेलवे मार्ग उत्तर प्रदेश 8578 किमी है, जबकि सबसे कम रेलवे मार्ग मणिपुर में मात्र 1 किमी है।
14 फरवरी 2009 को जम्मू कश्मीर राज्य में मजहाम (बड़गाम) से बारामुला के बीव रेल सेवा का शुभारम्भ किया गया। इस रेल सेवा के शुरू हो जाने के बाद उत्तर व दक्षिण कश्मीर देश के रेलमार्ग मानचित्र पर अंकित हो गए।
14 फरवरी 2004 को कानपुर (उत्तरप्रदेश) में ‘डिरेलमेंट तकनीक’ का सफल परीक्षण किया गया। यह विश्व में पहला ऐसा प्रयोग है, जिसमें कि ट्रैक से उतरते ही रेल के पहिए थम जाएंगे।
भारत में सर्वप्रथम वातानूकूलित रेलगाड़ी मुम्बई और बड़ौदा के बीच 1936 ई. में शुरू की गयी।
विश्व की सबसे बड़ी रेलवे सुरंग सीकन रेल सुरंग जापान में है।
भारतीय रेलवे में सर्वप्रथम महिला रेलवे ड्राइवर सुश्री सरेखा भोंसले थी।
भारतीय रेलवे में सर्वप्रथम विद्युत रेल 3 फरवरी, 1925 ई. को मुम्बई (वी.टी.) से कुर्ला के बीच चलायी गई थी।
भारतीय रेलवे में सर्वप्रथम रेल दुर्घटना 25 जनवरी, 1969 को भोरघाट (पूना-मुम्बई मार्ग) में हुई थी।
भारतीय रेलवे सबसे बड़ा नियोक्ता (रोजगार प्रदाता) संस्थान है।
भारतीय रेलवे ने भाप इंजन का निर्माण 1971 ई. में बंद कर दिया।
विश्व में सर्वप्रथम रेलगाड़ी इंग्लैंड में चली।
भारतीय रेलवे का मूलमंत्र सुरक्षा, संरक्षा एवं समय पालन है।
भारतीय रेलवे का लक्ष्य समय पालन, स्वच्छता एवं बेहतर यात्री सुविधाएँ है।
देश की सबसे तेज चलने वाली रेलगाड़ी शताब्दी एक्सप्रेस सर्वप्रथम 10 जुलाई, 1988 को नई दिल्ली और झाँसी के बीच चली थी।
राजधानी एक्सप्रेस सर्वप्रथम 1 मार्च, 1969 को नई दिल्ली और हावड़ा के बीच चली थी।
भारतीय रेलवे ने सर्वप्रथम कम्प्यूटरीकृत यात्री आरक्षण व्यवस्था 15 नवम्बर, 1985 को ‘नई दिल्ली’ में शुरू हुई थी।
भारत की सबसे लम्बी रेल सुरंग ‘मंकी हिल’ से ‘खंडला स्टेशन’ तक है।
भारत में सिर्फ महिलाओं के लिए एकमात्र रेलगाड़ी मुम्बई के चर्चगेट से बोरीबली तक चलती है।
भारतीय रेलों में सर्वप्रथम स्वचालित सीढि़याँ, मेट्रो रेल कोलकाता में लगायी गयी थी।
देश का सबसे लम्बा रेलवे जोन उत्तर रेलवे जोन है।
भारतीय रेलवे में सर्वप्रथम क्षेत्रीय रेलों में दक्षिण रेलवे का (14 अप्रैल, 1951) गठन हुआ था।
भारतीय रेलवे में सर्वप्रथम स्वचालित सिगनल प्रणाली 1928 ई. में मध्य रेलवे द्वारा शुरू की गई थी।
विश्व का सबसे बड़ा रेलमार्ग ‘ट्रांस साइबेरियन रेलमार्ग’ रूस में है।
रेलवे सुरक्षा के लिए रेलवे सुरक्षा बल (RPF) का गठन 1882 ई. में किया गया।
जवाहरलाल नेहरू की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में शताब्दी एक्सप्रेस चलाई गई थी।
रेल दुर्घटना के कारण इस्तीफा देने वाले भारत के प्रथम रेलमंत्री लाल बहादुर शास्त्री थे।
देश की पहली ‘गरीब रथ’ नामक वातानुकूलित ट्रेन 4 अक्टूबर, 2006 को अमृतसर और सहरसा के बीच चलाई गई।
वी. वी. गिरी भारत के ऐसे राष्ट्रपति हुए, जो ऑल इण्डिया रेलवे मैन्स फेडरेशन से संबंधित थे।
भारत में ट्राम रेलवे कोलकाता मे चलती है।
भारतीय रेलवे द्वारा डाक सेवा 1907 ई. में प्रारंभ की गई।
दार्जिलिंग-हिमालयन रेलवे को यूनेस्को ने विश्व विरासत स्थल घोषित किया है।
रेलवे डिवीजन का सबसे बड़ा अधिकारी डिवीजनल जनरल मैनेजर कहलाता है।
भारत में ट्रेड यूनियन कानून 1926 ई. में पारित हुआ।
भारत में सर्वप्रथम पर्यटन रेलगाड़ी ‘पैलेस ऑन हील्स’ 1982 ई. में दिल्ली-जयपुर के बीच शुरू की गई।
दिल्ली में प्रथम चरण के मेट्रो रेल सेवा का शुभारंभ तीस हजारी से शहादरा के बीच किया गया।
भारतीय रेल ने अपनी 150वीं वर्षगांठ 16 अप्रैल, 2002 को मनायी।
रेलवे का मुख्यालय पणजी (गोवा) में है।
रेलवे बोर्ड एवं सभी क्षेत्रीय रेलवे की सुपर फास्ट रेलगाडि़यों के लिए अंकीय नाम ‘2’ है।
भारतीय रेल कर्मचारी बीमा योजना 1977 ई. में लागू हुई।
दक्षिण-पूर्व रेलवे को ‘ब्लू चिप’ के नाम से भी जाना जाता है।
भारत की पहली डिलक्स ट्रेन ‘दक्कन क्वीन’ थी।
चितरंजन लोकोमोटिव वर्क्स द्वारा 1 नवम्बर, 1950 ई. को प्रथम भारत इंजन देशबन्धु का निर्माण किया गया तथा 14 अक्टूबर,1961 को प्रथम विद्युत इंजन बनाया गया जिसका नाम लोकमान्य रखा गया।
सन् 1950 में पेराम्बूर में रेल डिब्बा कारखाना की स्थापना की गई, जो ‘इन्टीग्रल कोच फैक्टरी’ के नाम से प्रसिद्ध है। यहाँ प्रथम रेल कोच अगस्त 1956 ई. में बनाया गया।
डीजल लोकोमोटिव वर्क्स, वाराणसी में उत्पादन कार्य 1964 ई. में प्रारम्भ हुआ था। इसके द्वारा बड़ी लाइन के लिए पहला इंजन WDM-23 जनवरी, 1965 में बनाया गया।
17 सिम्बर, 2002 को तत्कालीन प्रधानमन्त्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा दिल्ली में प्रथम मेट्रो ट्रेन के परीक्षण का उद्घाटन किया गया, जो शाहदरा से तीसहजारी तक चलाई गई।
दिल्ली मेट्रो की रेलगाडि़यों का निर्माण जापान की मित्सुबिशी इले. कॉरपोरेशन व दक्षिण कोरिया की रोटेम कम्पनी द्वारा चांगवान फैक्ट्री (दक्षिण कोरिया) में किया गया।
वर्ष 1996-97 के रेल बजट में रेलवे के छ: नये क्षेत्र गठित करने की घोषणा की गई। इनके मुख्यालय थे- इलाहाबाद, जाजीपुर, जबलपुर, भुवनेश्वर, जयपुर व बंगलौर।
‘ऑन लाइन रेल आरक्षण सुविधा’ 1 अगस्त, 2002 को नई दिल्ली में तत्कालीन रेलमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शुरू की गई।
प्रतिदिन सबसे अधिक यात्री ढोने का श्रेय पश्चिम रेलवे को है, जिसकी मुम्बई उपनगरीय रेलवे प्रणाली विश्व में सर्वाधिक 59 लाख यात्री ढोती है।
रेलवे बोर्ड के सदस्य के पद पर नामित होने वाली भारत की पहली महिला विजयलक्ष्मी विश्वनाथ है।
भारत के अजमेर रेलवे भर्ती बोर्ड को उत्कृष्ट प्रबन्धन के लिए नीदरलैण्ड्स ने ISO प्रमाण पत्र जारी किया।
सबसे कम दूरी वाला रेल रूट पूर्वी रेलवे का है, जो उत्तरप्रदेश में मनकापुर से कटरा के बीच 29 किमी का है।
कालका-शिमला के बीच शिवालिक एक्सप्रेस एक ऐसी अनोखी ट्रेन सेवा है, जो पहाड़ी रास्तों पर बने 22 किमी से ज्यादा रेल मार्गों पर चलती है।
कोंकण रेलवे में भारतीय रेलवे की हिस्सेदारी 51% है।
दमदम देश का एकमात्र ऐसा रेलवे स्टेशन है, जहाँ तीन प्रकार (ब्राडगेज) की रेलवे-ईस्टर्न रेलवे, सर्कुलर उपनगरीय रेलवे व मेट्रो रेल की सुविधा उपलब्ध है।
भारतीय रेल की दूसरी सबसे लम्बी रेलयात्रा जम्मू-तवी से कन्याकुमारी के बीच 3738 किमी की है, जो हिमसागर एक्सप्रेस द्वारा 66 घण्टे में तय की जाती है। यह जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, आन्ध्रप्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक व केरल (12 राज्यो) से होकर गुजरती है।
डेहरी-ऑर सोन (बिहार) में सोन नदी पर बना सेतु अब्दुल बारी पुल देश का सबसे लम्बा रेलवे पुल है।
‘पैलेस ऑन ह्वील्स’ नामक विशेष ट्रेन का शुभारम्भ अक्टूबर 1982 ई. में हुआ था जिसे कुछ समय बाद बंद कर दिया गया। इसे दोबारा 26 जनवरी, 1992 को नई दिल्ली से जयपुर के बीच चलाया गया।
बौद्ध स्थलों के दर्शनार्थ भारतीय रेलवे द्वारा पहली ट्रेन 2 अक्टूबर, 1998 में प्रारम्भ की गई।
वर्तमान समय में भारत में तीन स्टेशन ऐसे हैं, जहाँ ब्रॉड व मीटर गेज दोनों रेलवे लाइने विद्यमान है – जलपाईगुड़ी (पश्चिम बंगाल), मिराज (महाराष्ट्र), व येल्हंका (कर्नाटक)
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